वैज्ञानिक दृष्टिकोण सौर मण्डल का सबसे छोटा ग्रह बुध ग्रह को माना गया है। वहीं वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह जल्द ही शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि से शनि के ही स्वामित्व वाली कुंभ राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें कि बुध वर्ष 2022 में 6 मार्च को रविवार की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करेगा और अगले वर्ष तक इसी राशि में स्थित रहेगा। इसके बाद बुध बृहस्पति शासित राशि यानी कि मीन राशि में गोचर करेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लग्न में स्थित बुध किसी भी जातक को शारीरिक रूप से सुंदर, बुद्धिमान, तर्कसंगत और मानसिक रूप से शक्तिशाली बनाता है। जब बुध किसी जातक की कुंडली में मजबूत होता है तो जातक को अच्छी तार्किक शक्ति और संवाद कौशल प्रदान करता है।
बुध को किसी भी जातक के जीवन में संवाद, तर्क, गणित, चतुरता और बुद्धि का कारक माना जाता है। चर राशि से स्थिर राशि में बुध का यह गोचर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में कई बड़े परिवर्तन लेकर आएगा। आइए जानते हैं बुध के गोचर के दौरान किन 3 राशियों को बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है।
कर्क (Cancer): कर्क राशि के जातकों के लिए बुध आठवें भाव यानी कि रहस्य और अनिश्चितता के भाव में स्थित रहेगा। इस दौरान इस राशि के जातकों को अपने पेशेवर जीवन में अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र या कार्यस्थल पर किसी साजिश के शिकार होने की आशंका है। निवेश को लेकर सावधान रहें। आप रिश्तों को लेकर थोड़ा भावुक हो सकते हैं।
कन्या (Virgo): कन्या राशि के जातकों के लिए बुध छठे भाव यानी कि रोग, विवाद, शत्रु और ऋण के भाव में गोचर करेगा। इस दौरान जातकों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। आशंका है कि सहकर्मियों के साथ किसी बात पर विवाद हो सकता है। अनावश्यक खर्च में बढ़ोतरी के साथ निवेश में आपको नुकसान हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें।
कुंभ (Aquarius): कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध कुंभ राशि के प्रथम भाव यानी कि लग्न भाव में स्थित रहेगा जिससे कुंभ राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि इस अवधि में अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार का जोख़िम लेने से बचें अन्यथा आपको भारी नुकसान होने की आशंका है। इसके साथ ही स्टॉक मार्केट और शेयर मार्केट में किसी भी प्रकार का बड़ा निवेश करने से बचें।