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- The Problem Of Missing Periods Increased During The Corona Period, It May Cause Cancer In Future
43 मिनट पहलेलेखक: आयुषी गोस्वामी
बदलते खानपान और जीवनशैली के साथ ही महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। आजकल युवा महिलाओं में पीरियड्स अनियमित होने और लेट आने की परेशानी आम होती जा रही है। ये समस्या खासतौर पर कोरोना महामारी के बाद से बढ़ गई है।
माहवारी में देर होने की वजह, भविष्य में इससे होने वाले नुकसान और इस परेशानी से बचने के उपाय जानने के लिए हमने पीडी हिंदूजा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, खार की स्त्री और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजना धनु से बात की।
सवाल: युवा महिलाओं में पीरियड्स मिस होने की क्या वजह है?
जवाब: महिलाओं में पीरियड्स अनियमित होने की कई वजहें हो सकती हैं। इनमें अनचाही प्रेग्नेंसी, पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसीज (PCOD), थाइरॉयड, हॉरमोन्स से जुड़ी समस्याएं, अबॉरशन और टीबी की बीमारी शामिल हैं। इसके साथ ही जो महिलाएं ज्यादा डाइटिंग करके एकदम से अपना वजन घटा लेती हैं, उनके पीरियड्स भी मिस होने लगते हैं।
कोरोना लॉकडाउन में खराब मेंटल हेल्थ अनियमित पीरियड्स की वजह बनी।
सवाल: कोरोना काल में माहवारी में देरी होने की समस्या कैसे बढ़ी?
जवाब: जीवनशैली में बदलाव न होने और घर से काम करने के कारण महिलाओं का वजन बढ़ा। इससे PCOD के मामलों में भी बढ़त हुई। जैसा कि हमें पता है, हर 4 में से 1 महिला PCOD से पीड़ित होती है। जितना ज्यादा वजन बढ़ेगा, PCOD की समस्या भी उतनी ही गंभीर होगी। ये माहवारी में देरी की सबसे बड़ी वजह है।
इसके साथ ही लॉकडाउन में लोगों की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ा। इससे महिलाएं बिंज ईटिंग करने लगीं। ये आदत बढ़ते वजन और अनियमित पीरियड्स की वजह बनी।
सवाल: क्या अनियमित पीरियड्स भविष्य में बड़ी समस्या बन सकते हैं?
जवाब: आदर्श रूप से एक पीरियड साइकिल 25 से 35 दिनों की होनी चाहिए, लेकिन इस साइकिल में देरी होने पर गर्भाशय में जमते खून की परत मोटी हो सकती है। इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और थाइरॉयड शामिल हैं। ऐसे मरीजों को एंडोमेट्रियल कार्सिनोमा (गर्भाशय का कैंसर) भी हो सकता है। इसलिए समय पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और डायबिटीज की तिकड़ी कॉर्पस कैंसर सिंड्रोम को जन्म दे सकती है। ये समस्या मेनोपॉज के आसपास होती है। इस परेशानी से बचने के लिए समय पर सोनोग्राफी करवाना जरूरी है।
माहवारी में देरी के लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और थाइरॉयड शामिल हैं।
सवाल: अनियमित पीरियड्स से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
जवाब: मोटापा सभी बीमारियों की जड़ है। वजन कंट्रोल करने से ज्यादातर रोग दूर हो जाते हैं। साथ ही शरीर में प्रोलैक्टिन हॉरमोन की ज्यादा मात्रा, थाइरॉयड, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अलग से इलाज करने से भी पीरियड्स मिस होने की परेशानी दूर हो सकती है।
रोजाना एक्सरसाइज, योगा, सही डाइट और कम से कम 10 हजार कदम चलने से भी ये समस्या दूर की जा सकती है।
सवाल: डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
जवाब: अगर आपके पीरियड्स दो महीने से ज्यादा लेट हों तो डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा ज्यादा मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और दर्द होने पर भी विशेषज्ञ की सलाह लें। यदि आपका प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव है तो डॉक्टर के पास जाने में देरी बिलकुल न करें।
पीरियड्स दो महीने से ज्यादा लेट हों तो डॉक्टर से संपर्क करें।
सवाल: पीरियड मिस होने के विषय पर जागरूकता कैसे लाई जा सकती है?
जवाब: आज सोशल मीडिया जागरूकता फैलाने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन गया है। सोशल मीडिया पर अवेयरनेस प्रोग्राम्स के जरिए इस विषय पर बात की जा सकती है। कोरोना काल में महिलाओं ने इंटरनेट की मदद से ही अपनी परेशानियों को डॉक्टर्स से साझा किया। उन्होंने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशेषज्ञों से संपर्क किया।
इंटरनेट पर मौजूद एजुकेशन और हेल्थ पोर्टल्स पर भी माहवारी से जुड़ी अच्छी जानकारी उपलब्ध है।
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