| नमस्कार, आज दिन शुक्रवार है. बात करें आज की बड़ी खबरों की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार आयोजित 'अरुण जेटली मेमोरियल लेक्चर' में हिस्सा लेंगे. लखीमपुर खीरी कांड मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट में सुनवाई है. सुप्रीम कोर्ट में फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर की जमानत अर्जी पर सुनवाई है. एनडीए की राष्ट्रपति की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू लखनऊ में समर्थन जुटाने पहुंचेंगी. ज्ञानवापी में पूजा-पाठ को लेकर हिंदू पक्ष की ओर से दी गई याचिका पर सुनवाई. नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसदों का शपथग्रहण हो सकता है. अमरावती हत्याकांड के 7 आरोपियों की आज पेशी है. अहमदाबाद में तीस्ता सीतलवाड की जमानत अर्जी पर सुनवाई है. त्रिपुरा के सीएम मानिक साह विधायक के तौर पर शपथ लेंगे. कांग्रेस नेता सचिन पायलट उदयपुर में कन्हैयालाल के परिजनों से मुलाकात करेंगे. गैर-पंजीकृत ब्रांड्स पर 5 फीसदी जीएसटी के खिलाफ दिल्ली में व्यापारियों का प्रदर्शन है. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद वहां प्रधानमंत्री पद के नए चेहरे की तलाश शुरू हो गई है. पीएम पद की इस रेस में एक नहीं बल्कि तीन-तीन भारतीय मूल के राजनेता हैं. ब्रिटेन के पीएम बनने के लिए भारतीय मूल के जो नाम उभरकर सामने आए हैं उसमें फ्रंट रनर ऋषि सुनक हैं. जो कुछ घंटे पहले ही ब्रिटेन के वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके हैं. एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पीएम पद की रेस में भारतीय मूल की एक महिला भी हैं. इनका नाम सुएला ब्रेवरमैन हैं. सुएला ब्रेवरमैन इस वक्त ब्रिटिश कैबिनेट में अटॉर्नी जनरल भी हैं. जबकि इस रेस में शामिल तीसरी शख्सियत का नाम प्रीति पटेल हैं. प्रीति पटेल इस वक्त ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी हैं. और पीएम पद के लिए वो भी अपनी दावेदारी सामने रख रही हैं. हालांकि वे खुलकर अभी सामने नहीं आई हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव की हालत जस की तस बनी हुई है. सीढ़ी के गिरने पर उनके पैर की 2 उंगलियों में फैक्चर हुआ है. कमर में भी चोट लगी है. डॉक्टरों की टीम इलाज में लगी हुई है. गुरुवार को लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप ने लालू की हेल्थ पर अपडेट दिया. तेजप्रताप ने कहा, 'पिताजी की तबीयत धीरे-धीरे स्थिर होगी. अभी उनकी हालत जस की तस बनी हुई है. डॉक्टर की पूरी टीम इलाज में लगी है. हम लोग प्रार्थना कर रहे हैं, ताकि पिताजी जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं'. तेज प्रताप ने आगे कहा, 'पिताजी का आत्मविश्वास बहुत मजबूत है. उनके हाथ, पैर की 2 उंगली फ्रैक्चर हुई थी. कमर में भी चोट लगी थी. हड्डी टूटने पर दिक्कत तो होती है. जुड़ने में समय लगता है. पिताजी को बॉडी ब्लॉक नहीं हुई है. वे खुद नहीं खा पा रहे हैं, उन्हें खिलाया जा रहा है. तेज प्रताप ने आगे कहा कि लालू को सिंगापुर तभी ले जाया जाएगा, जब उनकी तबीयत स्थिर हो जाएगी. काली पोस्टर विवाद पर फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब मध्य प्रदेश सरकार ने ट्विटर से लीना के ट्वीट हटाने के लिए कहा है. एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर भोपाल के DCP (क्राइम) ने ट्विटर के लीगल डिपार्टमेंट को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. चिट्ठी में लीना मणिकेलई के ट्विटर पोस्ट को हटाने के लिए कहा गया है. ये चिट्ठी ट्विटर हेडक्वार्टर को भेजी गई है. पुलिस ने अपनी चिट्ठी में लीना के ट्विट्स के आईपी लॉग की मांग भी की है. पुलिस ने कंपनी से कहा है कि अगले 36 घंटे के अंदर आपत्तिजनक ट्वीट्स हटा लिए जाएं. इसके साथ ही क्राइम ब्रांच भोपाल ने फिल्म डायरेक्टर लीना के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इस प्रारूप को ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन को भेजने की तैयारी चल रही है. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में मस्जिद के बाहर लगे पोस्टर वायरल हो रहे हैं. दरअसल जिले के काजी और मौलाना जरताब रजा खान ने मस्जिदों और मदरसों में दावत-ए-इस्लामी संगठन के खिलाफ पोस्टर लगवा दिए हैं. इन पोस्टरों पर लिखा है कि दावत-ए-इस्लामी लोगों का यहां आना सख्त मना है. दावत-ए-इस्लामी के खिलाफ जमकर विरोध करने पर सुर्खियों में आए पीलीभीत के शहर काजी मौलाना जरताफ रजा हस्मती ने दावत-ए-इस्लामी को एक आतंकवादी तंजीम बताया है. उन्होंने कहा दावत-ए- इस्लामी का नाम तो उदयपुर में कन्हैया कुमार की हत्या के बाद सामने आया है, लेकिन उनकी दरगाह हमेशा से ही दावत-ए- इस्लामी संगठन का विरोध करती आई है. साथ ही इनके कामों के बारे में प्रशासन को भी बताया, लेकिन प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया. शहर काजी जरताब रजा ने अपनी मस्जिद और मजारों पर बड़े-बड़े बैनर लगा दिए हैं, जिस पर लिखा है दावत-ए- इस्लामी एक पाकिस्तानी संगठन है. इससे जुड़े लोग हमारी मस्जिद मजारों में ना आए. इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में मिली हार के बाद टीम इंडिया के फैन्स में काफी निराशा है. इस करारी हार के साथ इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतने का सपना टूट गया. इसके तुरंत बाद वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए टीम का ऐलान हुआ, जिसमें सीनियर्स को आराम दिया गया और शिखर धवन को कप्तान बनाया गया. जिस तरह से कप्तान बदले जा रहे हैं, मानो बीसीसीआई की एक चकरी चल रही है जिसमें कुछ दिनों के अंतर पर एक नया लीडर निकल रहा है. इसी के साथ फैन्स का गुस्सा चरम पर पहुंच गया, क्योंकि ऐसा लगातार हो रहा है कि सीनियर्स को आराम मिल रहा है. जिसकी वजह से किसी अन्य प्लेयर को कप्तानी सौंपी जा रही है, इसकी गवाही आंकड़े ही देते हैं क्योंकि साल 2022 के सात महीनों में टीम इंडिया सात कप्तानों के साथ मैदान पर उतर चुकी है. फिलहाल के लिए इतना ही देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए जुड़े रहिये आजतक डॉट इन के साथ. |